कोरबा: शहर के रिसदी स्थित एक श्वेता नर्सिंग होम में लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रसव के बाद एक महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसे दूसरे निजी अस्पताल में रेफर किया गया जहां उसकी मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने नर्सिंग होम प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। वहीं प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार यह घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।गोढ़ी में रहने वाली अंजलि सिंह (24 वर्ष) गर्भवती थी और पिछले कई महीनों से रिसदी स्थित श्वेता नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था। जहां नौवां महीने लगने के बाद एक तारीख को दर्द उठा और उसे रिसदी स्थित श्वेता नर्सिंग होम में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया। उसने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया लेकिन इसके बाद अंजलि की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी, उसकी हालत बेहद नाजुक हो गई, तब उसे दूसरे निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों ने रिसदी स्थित श्वेता नर्सिंग होम अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा है।
मृतका अंजलि सिंह के पति रणजीत सिंह ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने श्वेता नर्सिंग होम के डॉक्टर मानियारो कुजूर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। रणजीत के अनुसार प्रसव सुरक्षित हुआ था लेकिन बाद में पत्नी की तबीयत बिगड़ने पर उचित देखभाल नहीं की गई जिस वजह से उनकी पत्नी की मौत हो गई। उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अंजलि का एक छोटा बच्चा पहले से है। इसके बाद यह दूसरा प्रसव था। उसने एक नवजात शिशु को जन्म दिया है उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि जांच की जा रही है वहीं पोस्टमार्टम के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अस्पताल की लापरवाही के कारणों की जांच होगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।