कोरबा: केराझरिया पंचायत की महिलाओं ने रविवार को शराबबंदी को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। बारिश के बावजूद 100 से अधिक महिलाएं छाता लेकर सड़कों पर उतरीं और अवैध शराब बेचने वालों को कड़ी चेतावनी दी। महिलाओं ने साफ कहा कि अगर गांव में शराब का कारोबार बंद नहीं हुआ तो वे प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग करेंगी और जरूरत पड़ी तो खुद भी मोर्चा संभालेंगी।

महिलाओं का कहना है कि गांव के बच्चे, युवा और बुजुर्ग नशे की चपेट में आ रहे हैं। शराब ने कई परिवारों की खुशियां छीन ली हैं। नशे के कारण परिवार टूट रहे हैं, महिलाएं हिंसा की शिकार हो रही हैं और बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।

सरपंच गिरजा पैखरा ने भी इस आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि शराब पूरे समाज को खोखला कर रही है। गांव की शांति और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए इस बुराई को खत्म करना जरूरी है। ग्रामीणों ने भी महिलाओं के इस पहल की सराहना की और एकजुट होकर शराब के खिलाफ खड़े होने का संकल्प लिया।