कोरबा: कोरबा जिले के थाना बांगो क्षेत्र में पुलिसकर्मियों के साथ किए गए हुज्जतबाज़ी व हमले के मामले में आरोपियों पर FIR दर्ज करते हुए कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यह मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 191(2), 191(3), 190, 221, 296, 121(1), 132 एवं 109 के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें पुलिस अधिकारियों के साथ मारपीट, उनकी हत्या की नीयत से हमला, सरकारी कार्य में बाधा डालने तथा सार्वजनिक शांति भंग करने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
दरअसल थाना बांगो में तैनात आरक्षक क्रमांक 50 अनिल कुमार पोर्ते, आरक्षक 298 अभिषेक पाण्डेय एवं आरक्षक 651 गजेन्द्र बिंझवार को ग्राम बगबुड़ा निवासी राजेश सोनी द्वारा दिए गए चोरी की सूचना पर गांव पहुंचे थे। जांच दल ने ग्राम बगबुड़ा पहुँचकर संदिग्ध भंजू यादव को बुलाया। पूछताछ के दौरान भंजू यादव ने अचानक आक्रमण करते हुए आरक्षक अनिल कुमार से मार पीट की तथा गाली-गलौज एवं जातिसूचक टिप्पणियों के साथ मुक्के-लाठी से हमला किया। जब अन्य पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव किया, तो भंजू यादव के परिवार के सदस्यों- लक्ष्मण यादव, लाल अहिबरन, विश्राम यादव एवं भजन यादव ने भी पुलिस टीम पर लाठी-डंडों से जानलेवा हमला किया।
वहीं हमले के दौरान आरक्षक अनिल पोर्ते जंगल की ओर भाग गया था। जब काफी देर तक उसका कोई सुराग नहीं मिला तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिद्धार्थ तिवारी खुद मौके पर पुलिस बल के साथ रवाना हुए और सर्च ऑपरेशन चलवाया। लगातार सर्च अभियान चलाने के बाद आखिरकार लापता आरक्षक अनिल पोर्ते को जंगल के पास एक नाले के किनारे बेसुध हालत में पाया गया। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने आरक्षक के मिलने की पुष्टि की। बताया गया कि हमला इतना अचानक और हिंसक था कि पुलिसकर्मी संभल नहीं पाए।
मामले को संज्ञान में लेते हुए कोरबा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की और बीएनएस की धारा 191 (2), 191 (3), 190, 221, 296, 121 (1), 132, 109 के तहत एफआईआर दर्ज की। आरोपी लक्ष्मण यादव, लाल अहिबरन, विश्राम यादव, एवं भजन यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिसकर्मियों पर हमला एक गंभीर अपराध है जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जावेगा। दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।