कोरबा गोलीकांड का खुलासा: उपसरपंच को मारने दी गई थी सुपारी, मास्टरमाइंड सहित 6 आरोपी गिरफ्तार
कोरबा/प्रथम आवाज़ न्यूज: कोरबा जिले के थाना पसान अंतर्गत कुरथा गांव में 6 जनवरी को हुए गोलीकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। व्यवसायिक असहयोग और राजनीतिक द्वेष के कारण वारदात को अंजाम दिया गया। वारदात को अंजाम देने के लिए पिछले एक साल से साजिश रची जा रही थी। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल, एक पिस्टल, दो मैगजीन और आठ जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। सभी आरोपियों को जेल भेजा गया है।
6 जनवरी को थाना पसान चैकी कोरबी के ग्राम कुरथा निवासी कृष्णा पाण्डेय अपने घर के बाहर उप सरपंच (राम कुमार) के साथ बाइक मे सवार होकर जा रहे थे कि, अचानक गोली चलने की आवाज आई और कृष्णा पाण्डेय बाइक से नीचे गिर गया, जिसे पास के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे उपचार हेतु ले जाया गया। उपचार के दौरान पता चला कि कृष्णा पाण्डेय की पीठ मे गोली लगी है। घटना की सूचना पर अप. क्र. 03/2025 धारा 109, 61(2) बी.एन.एस एवं 25, 27 आम्र्स एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मामले कि गंभीरता को देखते हुए चैकी प्रभारी कोरबी के द्वारा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, अति पुलिस अधीक्षक यू.बी.एस. चौहान और अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा पंकज ठाकुर को इसकी जानकारी दी। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर साइबर सेल और पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की।
विवेचना के दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा संदेही राज कुमार सारथी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के दौरान अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि गजेन्द्र सोरठे पिता सुखराम सोरठे उम्र 25 वर्ष निवासी कुरथा बुढ़ापारा चैकी कोरबी के द्वारा (उप सरपंच) राम कुमार मरकाम की सुपारी दिया गया था। जिस पर अपने भाई राम कुमार के साथ मिल कर अपनी मोटर सायकल होण्डा साइन क्र. सीजी 12 बीजी 0496 मे बैठकर 6 जनवरी को शाम के समय ग्राम कुरथा में आहत के घर के सामने जंगल मे छिपकर उसके आने का इंतजार कर रहे थे कि जब राम कुमार (उप सरपंच) के गाड़ी मे पीछे बैठ रहा था तभी राज कुमार के द्वारा आहत कृष्णा पाण्डेय के उपर गोली चला दिया जो पीठ में लगी। उसके बाद राम कुमार एवं राज कुमार दोनो जंगल की ओर भाग कर अपने घर चले गये। राज कुमार के बताए अनुसार गजेन्द्र को तलब कर पुलिस टीम के द्वारा पूछताछ किया गया, पहले तो गजेन्द्र के द्वारा पुलिस को गोलमोल जवाब दे रहा था फिर कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि मेरी भाभी जो कि वर्तमान मे गांव की सरपंच है, एवं उसके पुरे कार्य को मेरे द्वारा किया जाता है, राम कुमार (उप सरपंच) व कलेश (रोजगार सहायक) दोनो मेरे काम मे रूकावट डालने के साथ साथ शक था कि वे लोग इसके परिवार वालो पर जादु टोना भी करते थे। और इस वर्ष पंचायत चूनाव में यह दोनो कार्य मे बाधक बन सकते थे।
जिसकी वजह से उसने राम कुमार (उप सरपंच) व कलेश (रोजगार सहायक) को रास्ते से हटाना चाहता था, जिसके लिए अपने साथी विरेन्द्र आर्मो निवासी मोरगा को पिस्टल दिलाने बोला था, जिस पर विरेन्द्र आर्मो ने अपने ससूराल मानीडेडरी सुरजपुर मे अपने साथी बलिन्दर राजवाड़े से संपर्क कर पिस्टल दिलाने को कहा जिस पर बलिन्दर राजवाड़े ने उसे 01 लाख रूपये मे पिस्टल मिल जायेगा बोला तब लगभग 01 वर्ष पुर्व विरेन्द्र कुमार आर्मो और गजेन्द्र सिंह के द्वारा ग्राम मानीडेडरी सुरजपुर मे बलिन्दर राजवाड़े के घर जाकर पिस्टल का सौदा किया, जिसमे बलिन्दर द्वारा बताये गये फोन पे नंबर पर गजेन्द्र द्वारा 90 हजार रू. अपने फोन पे से किया एवं 10 हजार रू. नगद देकर 10 जिंदा कारतूस 02 नग मैग्जिन 01 पिस्टल लेकर वापस अपने घर आ गये। तब से लगातार घटना कि साजिश गजेन्द्र द्वारा रचि जा रही थी। तभी गांव के शिव प्रसाद उर्फ मोनु सारथी को घटना करने के लिए आदमी जुगाड़ करने के लिए बोला जिस पर मोनु अपने रिस्तेदारी के भाई राज कुमार एवं राम कुमार को गजेन्द्र से मिलवाया और 15 हजार रू. एडवांस देकर उप सरपंच राम कुमार एवं रोजगार सहायक कलेश को देख लेना बताया। राज कुमार ने गजेन्द्र से 65 हजार मे उससे होण्डा साइन गाड़ी भी खरीदवाया। उसके बाद घटना दिनांक को दोनो भईयों ने मिलकर उप सरपंच राम कुमार एवं कलेश को मारने हेतु कृष्णा पाण्डेय के घर के पास जंगल किनारे घात लगाकर बैठे थे, तभी घर से कृष्णा पाण्डेय और उप सरपंच राम कुमार अपने मोटर सायकल पर सवार होकर जाने लगे तभी पीछे से आरोपी राज कुमार द्वारा उप सरपंच राम कुमार को मारने के लिए गोली चलाया जो गाड़ी के पीछे बैठे कृष्णा पाण्डेय पर लग गई जिसका बिलासपुर सिम्स में कई दिनों तक चले इलाज के दौरान आज उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकल (होण्डा साइन) 01 पिस्टल, 02 नग मैग्जिन एवं 08 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी-
01. राम कुमार सारथी पिता देव प्रसाद सारथी उम्र 19 वर्ष साकिन ग्राम रतनपुर झरनापारा थाना खडगवा जिला एमसीबी (छ.ग.)
02. राज कुमार सारथी पिता देव प्रसाद सारथी उम्र 35 वर्ष साकिन ग्राम रतनपुर झरनापारा थाना खडगवा जिला एमसीबी (छ.ग.)
03. गजेन्द्र सिंह सोरठे पिता सुखराम सिंह सोरठे उम्र 27 वर्ष साकिन कुरथा बुढ़ापारा चैकी कोरबी थाना पसान जिला कोरबा (छ.ग.)
04. शिव प्रसाद उर्फ मोनु सारथी पिता शंकर लाल सारथी उम्र 25 वर्ष साकिन कुरथा बुढ़ापारा चैकी कोरबी थाना पसान जिला कोरबा (छ.ग.)
05. विरेन्द्र कुमार आर्मो पिता राधेश्याम आर्मो उम्र 28 वर्ष साकिन मोरगा थाना बांगो जिला कोरबा (छ.ग.)
06. बलिन्दर राजवाड़े पिता साहेब राम राजवाड़े उम्र 39 वर्ष साकिन ग्राम मानी चैक डेडरी थाना सुरजपुर जिला सुरजपुर (छ.ग.)
इस सनसनी खेज एवं चुनौती पूर्ण गोली काण्ड के खुलासे मे चैकी कोरबी प्रभारी सउनि. अफसर खान, सायबर सेल उनि. अजय सोनवानी, प्र.आर. गुनाराम सिन्हा आर. प्रशांत सिंह, आर. डेमन ओगरे, आर. विरकेश्वर प्रताप सिंह, आर. रवि कुमार चैबे, आर. सुशील यादव, आर. आलोक टोप्पो, थाना कोरबी के प्र.आर. मोहन लाल साहू, प्र.आर. चैन सिंह सांवले, प्र.आर. निलेन्द्र सिंह, आर. सिमेन्द्र सिंह, आर. विक्रम उईके, आर. चंद्रपाल कंवर, आर. भिषम नारंग, आर. संजय साहू, आर. परमानंद दिवाकर, आर. महताब कंवर, आर. रतन राठौर की भूमिका सराहनीय रही।