कोरबा/बालकोनगर: वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने संयंत्र के अंदर आंतरिक वाहन परिचालन में एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) और ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम (डीएमएस) तकनीक की शुरुआत की है। अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से संयंत्र के अंदर ड्राइविंग और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
कंपनी के उत्पादन और उत्कृष्टता को बढ़ावा में वाहनों का योगदान महत्वपूर्ण है। दोपहिया वाहनों से लेकर पिघले एल्यूमिनियम और अन्य कच्चे माल को लेकर जाने में भारी-भरकम तकनीकी वाहनों की जरूरत होती है। सुगम वाहन परिचालन के लिए बालको सड़क सुरक्षा को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे आगे रखता है। कंपनी वाहनों की निरंतर आवाजाही के दौरान सड़क सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने के लिए के प्रतिबद्ध है। एडीएएस और डीएमएस डिजिटल एआई तकनीक से सड़क सुरक्षा उपायों की मदद से संभावित मानवीय त्रुटियों को रोकने में एक मील का पत्थर साबित हुआ है।
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एडीएएस तकनीक ड्राइवरों को उनके वाहनों के आसपास ब्लाइंड स्पॉट का पता लगाने में सहायता है। ड्राइवरों द्वारा अचानक गाड़ी के लेन बदलने पर वास्तविक समय में अलर्ट जारी करती है। डीएमएस तकनीक ड्राइवर के व्यवहार और सावधानी पर नज़र रखता है। एआई, मशीन लर्निंग टूल्स और इन्फ्रारेड इनवर्ड-फेसिंग कैमरे का उपयोग करके डीएमएस लगातार चेहरे की स्थिति, आंखों की गति और सिर की स्थिति का विश्लेषण करता है। यह किसी भी असामान्य गतिविधियों जैसे झपकी लेने, थकान, फोन के उपयोग और किसी अन्य ध्यान भटकाने की स्थिति में तुरंत अलर्ट जारी करता है।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि ‘शून्य क्षति’ दर्शन के अनुरूप कार्यस्थल को को पूर्णतः सुरक्षित बनाने की दिशा में बालको निरंतर कार्यरत है। हमारा उद्देश्य सुरक्षित कार्यस्थल में कंपनी को सर्वोत्तम उचांई तक पहुंचाना है। संयंत्र में कंपनी के कर्मचारियों, व्यावसायिक भागीदारों और आगंतुकों की सुरक्षा के लिए प्रबंधन कटिबद्ध है। बालको परिवार का प्रत्येक सदस्य औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण के बुनियादी नियमों और प्रथाओं का पालन करके कार्यस्थल सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी की सहभागिता से सड़क सुरक्षा को पुख्ता बनाने की दिशा में डिजिटल तकनीकों एवं नवाचार को अपनाकर ‘सुरक्षा प्रथम’ कार्य संस्कृति की स्थापना में मदद मिली है।
डिजिटल नवाचार से व्यावसायिक इकाइयों में सुरक्षा और सुरक्षित कार्यशैली को बढ़ावा देने के लिए बालको ने व्यापक रूप से विभिन्न तकनीकों को तैनात अपनाया है। जैसे: एचएसएसई द्वारा टी-पल्स निगरानी प्रणाली अपनाना जो सबसे व्यापक एआई मॉडल का उपयोग करके कैमरों के नेटवर्क के माध्यम से वास्तविक समय में संयंत्र के अंदर चल रही गतिविधि पर नज़र रखता है। अत्याधुनिक सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर (सीएसओसी) की स्थापना की है जो घटनाओं की छानबीन के लिए आधुनिक सिक्योरिटी एनालिटिक्स, कार्यस्थल पर तैनात सिक्योरिटी संसाधनों के बीच प्रभावी तालमेल और रणनीतिक सूचनाओं के एकत्रण को प्रभावी बनाया गया है। विद्युत संयंत्रों के प्रचालन में स्मार्ट ऑटोमेशन को बढ़ावा देने के लिए रियल टाइम डिजिटल डैशबोर्ड और ट्रेंड मॉनिटरिंग प्रणाणियों की बड़ी मदद मिल रही है। ‘थर्मल इमेज प्रोसेसिंग का उपयोग कर कोल यार्ड के लिए हॉट स्पॉट डिटेक्शन सिस्टम’ हॉट स्पॉट को पकड़ने और रीयल-टाइम अलार्म बढ़ाने के लिए कोल यार्ड का थर्मल निरीक्षण प्रदान करता है। प्लांट में भारी वाहनों की आवाजाही वाले स्थानों पर क्रॉसवॉक और सुरक्षा संदेश प्रदर्शित करने वाले डिजिटल साइनेज लगाये गए हैं।
कंपनी प्रचालन के विभिन्न क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी फर्स्टदृष्टिकोण के अनुरूप विभिन्न नवाचारों को अपनाने और कर्मचारियों की सुरक्षा को सर्वोपरी रखने का कार्य किया है। द एनर्जी एंड एनवायरनमेंट फाउंडेशन की ओर से “गोल्ड कैटेगरी” में बालको को ग्लोबल रोड सेफ्टी अवार्ड 2023 सहित कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। नियमित सुरक्षा प्रशिक्षण सत्रों और जागरूकता कार्यक्रमों द्वारा सुदृढ़ सुरक्षा उत्कृष्टता के लिए बालको की निरंतर खोज को रेखांकित करती है। कंपनी ने सुरक्षा डिजिटलीकरण पर अपनी ‘सुरक्षा संकल्प कुटुंब’ परियोजना के लिए 5वीं सीआईआई राष्ट्रीय सुरक्षा अभ्यास प्रतियोगिता में ‘प्लैटिनम विजेता’ का दर्जा हासिल किया।