कोरबा/प्रथम आवाज न्यूज:- वीरता, शौर्य और बलिदान के प्रतीक के रूप में आज देशभर में वीर बाल दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित साडा कन्या विद्यालय में भी जिला स्तरीय वीर बाल दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में केबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन श्री लखन लाल देवांगन मुख्य अतिथि कर रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री विश्वदीप, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी पी भारद्वाज, शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्राएं व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
केबिनेट मंत्री श्री देवांगन सहित सभी अतिथियों ने विद्यालय में वीर साहबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की तस्वीर पर दीप प्रज्वलन व पुष्पांजलि कर गुरू गोविंद सिंह के परिवार के बलिदान और उनके सुपुत्रों की शहादत को याद किया। इस दौरान स्कूली छात्राओं ने स्वागत गीत और अरदास की प्रस्तुति दी।
केबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन ने वीर बाल दिवस के अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज हमारा सौभाग्य है कि हम सभी यहां वीर बाल दिवस मनाने एकत्र हुए हैं। आज का दिन देश प्रेम की खातिर अपने प्राणों का आहूति देने वाले वीर साहबजादों की शहादत को नमन करने का दिन है, जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए कड़ी यातनाओं के बाद भी हार नहीं मानी और मात्र 09 और 06 वर्ष की आयु में शहादत को स्वीकार किया। उनकी वीरता की याद में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह सभी वर्ग, समाज के लिए प्रेरणा स्रोत है। सभी वर्ग उनका आदर सम्मान करता है। सिक्ख समाज का गौरवशाली इतिहास सभी के लिए प्रेरणादायक है। श्री देवांगन ने कहा कि भारत के ऐसे ऐतिहासिक धरोहर को लोगों के सामने लाने का काम देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। देश की एकता, अखंडता को अक्षुण रखने, सामाजिक सद्भावना को बनाए रखने के लिए ऐसे वीरों के बलिदानों से प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि आज के बच्चें कल का भविष्य है। आगे चलकर इन्हें ही देश की सेवा करनी है। देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए महापुरुषों की जीवनी, उनके आदर्शों को हमें अपने जीवन मे अपनाना चाहिए। उनकी जीवनी से सीख लेना चाहिए।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप ने कहा कि आज के दिन को वीर बालकों की शहादत की याद में वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि जन-जन को गुरु गोविंद सिंह के परिवार एवं वीर साहबजादों के बलिदान से सीख लेनी चाहिए। जिस प्रकार उन्होंने दुश्मनों के आगे सर नहीं झुकाकर निडरता से शहादत दे दी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश के ऐसे वीर सपूतों के जीवनी को बच्चों तक पहुँचाना है। जिससे वे देश की गौरवशाली इतिहास को समझे और अपने जीवन मे उनके आदर्शों को अपनाए।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत वर्ष जनवरी में गुरू गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व पर प्रतिवर्ष 26 दिसंबर को गुरू गोविंद सिंह के पुत्रों के सर्वोच्च बलिदान और साहस की स्मृति में वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य युवाओं, किशोरों, पूरे देशवासियों में राष्ट्र निर्माण के लिए अपना योगदान देने एवं महापुरूषों के आदर्श मूल्यों को स्थापित व सुदृढ़ बनाना है। कार्यक्रम में डीएमसी मनोज खांडे, पार्षद सुश्री रितु चौरसिया सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।