कोरबा/प्रथम आवाज न्यूज: छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के लिए कोरबा जिले में सेवाएं दे रहे प्लेसमेंट कर्मचारियों को पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। उनका कहना है कि ऐसी स्थिति में उनका घर चला पाना मुश्किल हो गया है। उनका कहना है कि जब तक वेतन का भुगतान नहीं कर दिया जाता, वे काम नहीं करेंगे।
कर्मचारियों ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड के द्वारा कार्यालयीन कार्यों के साथ ही भवन निर्माण के गुणवत्ता का देख-रेख, नव निर्मित मकान के क्रय-विक्रय, नामांतरण, कालोनियों में बिजली-पानी के रखरखाव, एनओसी, भवन आधिपत्य जैसे विभिन्न कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके बावजूद समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। वेतन नहीं मिलने की बात उच्च अधिकारियों से की बताई जा चुकी है लेकिन वे इस पर कोई पहल नहीं कर रहे हैं। यही वजह है कि बीते 3 महीने से उन्हें वेतन नहीं मिल पाया है। वेतन नहीं मिलने की ठोस वजह भी अफसर नहीं बता रहे हैं।
कर्मचारी रौशन सिंह बताते हैं कि पिछले 3 महीने से उन्हें वेतन नहीं दिया गया है। इस कारण उनके सामने कई प्रकार से परेशानी बनी हुई है अधिकारियों की जानकारी में यह विषय कई बार लाया गया है, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं की गई।
प्लेसमेंट कर्मचारी रोशन लाल ने बताया कि इससे पहले भी वेतन की समस्या आती थी, लेकिन इतना लंबा नहीं आता था। इस बार 3 माह का वेतन नहीं मिलने से उनके सामने आर्थिक संकट आ खड़ी हुई है, घर पर राशन नहीं है। बच्चों के स्कूल के फीस नहीं पाते हैं। जिसके चलते स्कूल प्रबंधन द्वारा आने वाले एग्जाम में नहीं बैठने दिए जाने की बात कही जा रही है। वेतन नहीं मिलने की समस्या से उच्च अधिकारियों का अवगत करा दिया गया। लेकिन वेतन नहीं दिया जा रहा है और काम लिया जा रहा है। इसलिए लगभग 17 लोगों ने काम नहीं करने का फैसला लिया है। अपनी और परिवार की जरूरत को पूरा करने के लिए कर्मचारी कई प्रकार की शर्तों के साथ काम करने के लिए मजबूर हैं।