कोरबा: आपने गोविंदा और शक्ती कपूर की वह फिल्म तो जरुर देखी होगी, जिसका नाम दूल्हे राजा है। इस फिल्म में गोविंदा ने राजा बाबू का किरदार बड़े अच्छे ढंग से निभाया था और शक्ति कपूर ने नंदू के किरदार में पूरी जान फूंक दी थी। कोरबा में भी ऐसे दो नाम के शख्स मौजूद है जिनमें राजा बाबू का किरदार निभाने वाला कलाकर पर्दे के पीछे हैं जबकि नंदू का किरदार निभाने वाला व्यक्ति उस कलाकार के ईशारे पर अपना नापाक हरकतों को अंजाम देने में बड़ी शिद्दत से लगा हुआ है।
ग्राम गोढ़ी में रहने वाला नंदू पटेल वैसे तो सीएसईबी कर्मी है। गोढ़ी राखड़ बांध के लिए जब जमीन का अधिग्रहण हुआ तब नंदू पटेल की जमीन उसके जद में आई और उसके आधार पर उसे नौकरी भी मिल गई। नंदू पटेल अब बड़े मजे से मलाई के साथ-साथ दूध भी खा रहे हैं और उस गाय को भी अपने पास रखे हुए हैं जहां से उसे दूध मिल रहा है। जी हां वो गाय उनकी पत्नी है और उसके नाम से फर्म बनाकर राखड़ के काले कारोबार में उनकी पूरी संलिप्तता है। नंदू पटेल के सिर पर पता नहीं किस राजा बाबू का हाथ है,जो गोढ़ी राखड़ बांध में किसी दूसरे ठेकेदार को काम नहीं करने देता। राखड़ बांध का ठेका किसी को भी मिला लेकिन काम नंदू पटेल करता है। ये वो व्यक्ति है,जिसने अपने ही हाथों को काट डाला। इसके कारोबार में सहयोग करने वालों के पीठ में ही इसने छूरा भोंका है और खुद को पाक साफ करार दे रहा है। बड़ा मासूम सा दिखने वाला नंदू पटेल वो शातिर व्यक्ति है,जो सेनोस्फेयर के काले कारोबार में भी लिप्त है।
वर्ष 2012 में जब कोई सेनोस्फेयर का नाम तक नहीं जानता था तब से वो इस काम को अंजाम देने में लगा हुआ है। इस काम के लिए उसने बाकायदा एक समिती का गठन भी किया है और उसका अध्यक्ष अपनी पत्नी को बनाया है। यानी, ये काम भी चाहे कोई करे ईजाजत नंदू पटेल से ही लेनी पड़ेगी। नंदू राखड़ के काले कारोबार का बेताज बादशाह बनना चाहता है, पर उसे ये नहीं पता, कि बादशाह बनने के राह में कई रोड़े है, जिसे चाहकर भी वह अपने रास्ते से नहीं हटा सकता।